हर्षाेल्लास से मना ईद का त्यौहार’ अमन चैन की मांगी दुआएं
शादी में दहेज की नुमाइश बंद करने की अपील
महोबा। जनपद में सोमवार को ईद-उल-फितर का पावन पर्व हर्ष, उल्लास और अकीदत के साथ मनाया गया। एक माह तक रमजान के रोजे रखने के बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने ईद की नमाज अदा कर अल्लाह का शुक्रिया अदा किया और मुल्क की सलामती, खुशहाली, अमन और शांति के लिए दुआ मांगी।
शहर के बजरिया स्थित पहाड़ पर बनी ऐतिहासिक ईदगाह में हजारों की संख्या में मुसलमान नमाज अदा करने पहुंचे। शहर काजी आफाक हुसैन ने निर्धारित समय सुबह 8 बजे ईद की नमाज पढ़ाई। इसके बाद खुत्बा दिया और सभी को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने लोगों से इस्लाम के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के बताए रास्ते पर चलने की अपील की।
काजी आफाक हुसैन ने अपने संबोधन में समाज में बढ़ती कुरीतियों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने शादी में दहेज की नुमाइश बंद करने और चालीसवे के खाने में गरीबों, यतीमों और जरूरतमंदों को शामिल करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि शादी में दहेज सजाने की प्रथा को खत्म किया जाए, क्योंकि इससे गरीब परिवारों को मलाल होता है। ईदगाह में 2 रकात नमाज अदा करने के बाद मुसलमानों ने अल्लाह से देश में अमन, प्रेम और शांति की दुआ मांगी। इसके बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। ईदगाह के पास राजनीतिक दलों और समाजसेवियों ने स्टॉल लगाकर मुसलमानों का मुंह मीठा कराया और ईद की शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर जिला प्रशासन भी ईदगाह में मौजूद रहा। डीएम मृदुल चौधरी, एसपी पलाश बंसल, एएसपी वंदना सिंह और सीओ दीपक दुबे ने भी लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जगह-जगह भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। ईदगाह के अलावा शहर की शाही जामा मस्जिद, किला मस्जिद और अन्य मस्जिदों में भी ईद की नमाज अदा की गई। नमाज के बाद लोगों ने देश में अमन-चौन की दुआ की और एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद लोग अपने-अपने घरों को लौटे और एक-दूसरे के घर जाकर मुबारकबाद देने का सिलसिला शुरू हुआ। घर-घर में सिवईयां, खीर और तरह-तरह के पकवान बनाए गए, जिनका लोगों ने मिलकर लुत्फ उठाया। बच्चों में ईद को लेकर खासा उत्साह दिखाई दिया। नए कपड़ों में सजे-धजे बच्चे एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते और मिठाइयां बांटते नजर आए। एक माह तक रमजान के रोजे रखने के बाद ईद का पर्व मुसलमानों के लिए सुकून और इत्मिनान का रहा। नमाज के बाद हर चेहरा खुशी से झूमता नजर आया। ईद के मौके पर आपसी भाईचारे और मेलजोल को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया। पुलिस अधीक्षक महोबा के नेतृत्व में ईद-उल-फितर पर्व के अवसर पर जनपदीय पुलिस अधिकारी निरन्तर भ्रमणशील रहते हुए शांति, सुरक्षा एवं सुदृढ़ कानून व्यवस्था का जायजा लिया गया। ड्रोन से निगरानी, समुचित पुलिस प्रबन्ध व धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित करते हुये ईद-उल-फ़ितर की नमाज को शांतिपूर्ण माहौल में सकुशल संपन्न कराया गया