धनौरी गौशाला में दो गौवंशो की मौत होने पर गोहांड बीडीओ ने सचिव से मांगा स्पष्टीकरण, जांच जारी

हमीरपुर :– प्रदेश सरकार गौशालाओं में अन्ना मवेशियों की देखरेख के लिए करोड़ों रुपए खर्च करती हैं। लेकिन जनपद की गौशालाओं में अन्ना मवेशियों की हालत सुधरती नजर नहीं आ रही है। गोहांड ब्लॉक क्षेत्र के धनौरी गांव की गौशाला में सोमवार की रात दो गौवंशों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि इससे पहले भी प्रधान और सचिव की लापरवाही से कई गौवंशों की मौत हो चुकी है। इसके बाद भी ब्लॉक के अधिकारियों ने कार्यवाही नहीं की। कार्यवाही न होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं। आरोप है कि सोमवार की रात गौशाला में दो गौवंश घायल अवस्था में अपनी सांसे गिन रहे थे। लेकिन प्रधान की लापरवाही से गौवंशों का इलाज नहीं कराया गया। जिससे तड़प तड़प कर दो अन्ना मवेशियों की मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गौशाला में अन्ना मवेशियों की मौत हो जाने से प्रधान द्वारा गौशाला के बाहर खुले आसमान के नीचे फेंक दिया जाता हैं। जिसको कुत्ते नोच नोचकर खाते हैं। और चारों तरफ गंदी बदबू का वातावरण बना रहता है। लेकिन शिकायत के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही की बात कहकर बाद में लीपापोती कर देते हैं। मामले में मुख्य विकास अधिकारी चंद्रशेखर शुक्ला से बात हुई तो उन्होंने जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। वहीं गोहांड बीडीओ का कहना है कि लापरवाही बरतने पर प्रधान और सचिव पर कार्यवाही करते हुए सचिव का वेतन रोकने की बात कही है। लेकिन जब दोबारा मंगलवार को गोहांड बीडीओ से बात हुई तो उनका कहना है कि सचिव विनोद कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है। जांच की जा रही हैं। और कार्यवाही की जाएगी।

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